जमशेदपुर : मनरेगा योजना के तहत पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड में संचालित ‘बिरसा हरित ग्राम योजना’ के अंतर्गत विकसित आम बागवानी को बाजार से जोड़ने के उद्देश्य से शनिवार एक प्रखंड स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें आम उत्पादकों, सरकारी अधिकारियों, विपणन सचिव तथा एनजीओ प्रतिनिधियों की भागीदारी रही। बीते कुछ वर्षों में जिले के विभिन्न प्रखंडों में मनरेगा के माध्यम से बड़े पैमाने पर आम की फलोत्पादन योजनाओं का क्रियान्वयन हुआ है। जिसके फलस्वरूप क्षेत्र में आम का उत्पादन उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है और जिससे किसानों की आय में वृद्धि की संभावनाएं भी प्रबल हुई हैं। अब आवश्यकता सिर्फ इस बात की है कि इन उत्पादों को उचित बाजार उपलब्ध कराया जाय। ताकि किसानों को उनकी उपज का न्यायसंगत मूल्य मिल सके। सम्मेलन में उपस्थित अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद, पटमदा प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा विभिन्न एनजीओ प्रतिनिधियों ने आम विपणन को लेकर विचार-विमर्श किया। जिसमें स्थानीय स्तर पर संग्रहण, ग्रेडिंग, ब्रांडिंग, मूल्य संवर्धन और निर्यात की संभावनाओं पर विशेष चर्चा भी हुई। इस दौरान ऑल सीजन फार्म फ्रेश के प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि पटमदा में उत्पादित आम का सैंपल कोलकाता स्थित लैब भेजा जा रहा है। जिसकी गुणवत्ता रिपोर्ट के आधार पर इसे विदेशों में निर्यात करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। वहीं श्री सारन्या और इंटेट टू सॉल्यूशन जैसे निजी साझेदारों ने 5 एकड़ क्षेत्रफल में उत्पादित आम की संपूर्ण फसल को खरीदने और किसानों को उचित मूल्य देने का आश्वासन भी दिया है। यह पहल आम बागवानी को स्थायी आजीविका विकल्प के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि कृषि आधारित योजनाओं को बाजार से जोड़कर किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लक्ष्य की ओर ठोस प्रगति की जाय।